युवाअेां को तंबाकू से बचाएंगे चिकित्सक

युवाअेां को तंबाकू से बचाएंगे चिकित्सक

वीओटीवी की राष्ट्रीय लीडरशिप मीट 2016 सपंन्न

नई दिल्ली  6 सितंबर । अंर्तराष्ट्रीय शौधकर्ता व हीलिस शेखसरिया इंस्टीटयूट ऑफ पब्लिक हैल्थ के डायरेक्टर डा.प्रकाश गुप्ता ने कहा है कि देशभर में तंबाकू व धूम्रपान उत्पादों से होने वाली मौतों व बढ़ता हुआ कैंसर सबसे चिंताजनक है। डा.गुप्ता सेामवार को  एयरोसिटी स्थित होटल लेमन ट्री पीमीयिर में वायॅस ऑफ टोबेको विक्टिमस(वीओटीवी) के राष्ट्रीय लीडरशिप मीट 2016 के समापन अवसर पर देशभर से आए कैंसर रोग विशेषज्ञों को संबोधित कर रहे थे।

उन्होने कहा कि दुनियंाभर में तंबाकू व अन्य धूम्रपान उत्पादों से होने वाली मौतों व बढ़ते कैंसर चिंता का विषय है। हालांकि सभी देश अपने अपने स्तर पर इसके लिए काम कर रहें है। इसके लिए टोबेको कंट्रोल के लिए बनाई गई पॉलिसी, एक्ट की पालना, मॉनिटरिंग सिस्टम, ई-सिगरेट, जागरुकता कार्यक्रम, तंबाकू उत्पाद पर टेक्स, किस बीमारी के कितने मरीज इत्यादि पर निंरतर अध्ययन की जरुरत है।

डा.गुप्ता ने बतातें है कि विश्वस्वास्थ्य संगठन की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार भारत में 60 फीसदी मौत के लिए जिम्मेदार असंक्रामक रोग है। इनमें कैंसर, डायिबिटिज, कार्डियो वेस्कुलर डिजीज (सीवीडी) और श्वांस रोग प्रमुख है। इन बीमारियों के ग्राफ बढ़ने का प्रमुख कारण तंबाकू है।

उन्होने कहा कि तंबाकू उत्पादों पर टैक्स बढ़ाकर कीमतें बढ़ाना, चबाने वाले तंबाकू ईं-सिगरेट पर रोक लगाने के लिए विस्तृत कार्य योजना बनाना तथा तंबाकू कंपनियों का जनस्वास्थ्य के क्षेत्र में हस्तक्षेप खत्म इत्यादि मुददों पर निंरतर काम करने की भी जरुरत है, तभी इस पर नियंत्रण संभव हो पाएगा।

भारत में पूरे विश्व की तुलाना में धूम्ररहित चबाने वाले तंबाकू उत्पाद (जर्दा,गुटखा,खैनी,) का सेवन सबसे अधिक होता है। यह सस्ता और आसानीसे मिलने वाला नशा है। पिछले दो दशकेां में इसका प्रयोग अत्यधिक रुप से बढ़ा है।

टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल के कैंसर सर्जन डा. पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि तेजी से बढ़ते कैंसर रोग की रोकथाम तभी संभव है जब समुदाय में इस प्रकार के उत्पादों की रोक होगी। वर्तमान में युवाअेंा में इस रेाग की बढ़ोतरी तो और भी अधिक खतरनाक है। तंबाकू नियंत्रण के लिए सभी राज्य सरकारों को तंबाकू व धुम्रपान उत्पादों पर शत प्रतिशत टैक्स वृद्वि, कोटपा कानून की कड़ाई से पालना, शिक्षण संस्थाअेां व सार्वजनिक स्थलों पर पूरी तरह से तंबाकू व गुटखा उत्पादों के प्रयोग व विक्रय पर  रोक लगने से युवाओं को मौत के मुंह से बचाया जा सकता है।

डा.चतुर्वेदी ने कहा कि वैश्विक स्तर पर टोबेको कंट्रेाल के लिए 7 से 12 नंवबर 2016 तक दिल्ली के ग्रेटर नोएडा में 180 देशों के प्रतिनिधि एक ही मंच पर आकर इसके लिए गहन चिंतन करेंगे।

उन्होने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा देशभर में तंबाकू निंयत्रण के लिए चलाए जा रहे राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन कराया जा रहा है। इन गतिविधियेंा से विषय विशेषज्ञों को जोड़कर किस प्रकार प्रभावी बनाया जाए इस पर काम करने की जरुरत है।

इससे पूर्व देश के अलग अलग राज्यों से आए चिकित्सकेां ने वर्तमान में उनके प्रदेश में किस प्रकार से कार्य किया जा रहा है इस पर विस्तार से जानकारी दी। वंही अपने आगामी कार्ययोजना में किस प्रकार से युवा वर्ग को तंबाकू से बचाया जा सके इस पर प्राथमिकता से कार्य करने की येाजना भी तैयार की।

कार्यक्रम के दौरान वायॅस ऑफ टोबेको विक्टिमस के राज्य प्रभारियों को सर्वश्रेष्ठ कार्य करने पर स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया।

कार्यक्रम में राजस्थान, कर्नाटक, पंजाब, चंढ़ीगढ़, हरियाणा, बिहार, मध्यप्रदेश, आसाम, पश्चिमी बंगाल, महाराष्ट्र इत्यादि राज्यों के कैंसर रोग विशेषज्ञों ने भाग लिया। कार्यक्रम के अंत में वीओटी टीम की और से सभी का आभार व्यक्त किया।

फोटेा कैप्सन

  1. वीओटीवी की राष्ट्रीय लीडरशिप मीट 2016 में उपस्थित देश के वरिष्ठ कैंसर रोग चिकित्सक व अन्य।

Author: sarkarimirror