विज्ञान भवन में महावीर जयंती पर सर्वधर्म संतों ने लिया विश्व शांति संकल्प–आचार्य लोकेश
आतंकवाद से जूझ रही दुनिया में महावीर दर्शन प्रासंगिक – सुषमा स्वराज
महावीर दर्शन में अनेक वैश्विक समस्याओं का समाधान मुमकिन – नजमा हेपतुल्ला
भगवान महावीर की शिक्षाएं आर्थिक असामनता को कम करने में उपयोगी- रवि शंकर
नई दिल्ली, 15 अप्रैल 2016 : विज्ञान भवन साक्षी बना 2615 वर्ष पूर्व जन्मे अहिंसा के अग्रदूत भगवान महावीर की जयंती पर आयोजित विश्व शांति सद्भावना दिवस के भव्य आयोजन का| विज्ञान भवन में सर्व धर्म संतों के साथ गूंजा अनेक राजनेताओं, समाज सुधारकों एवं अहिंसा व शांति के उपासकों का विश्व के लिए शांति का सन्देश|
अहिंसा के अग्रदूत भगवान महावीर की 2615 वीं जन्म जयन्ती, शान्तिदूत आचार्य डा. लोकेश मुनि जी के 56 वें जन्म दिवस तथा अहिंसा विश्व भारती संस्था के द्वितीय दशक प्रवेश के पावन अवसर पर विज्ञान भवन में विश्व शांति व सद्भावना दिवस के अवसर पर आयोजित महावीर दर्शन से वैश्विक समस्याओं का समाधान’ विषयक सम्मलेन में भारत की विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज कार्यक्रम में मुख्य अतिथि, अल्पसंख्यक मंत्री डा. नजमा हेपतुल्ला की अध्यक्षता एवं विशिष्ठ अतिथि के रूप में संचार एवंसूचना प्रोद्यौगिकी मंत्री श्री रवि शंकर प्रसाद एवं प्रख्यात फिल्म अभिनेता श्री विवेक ओबराय ने भाग लिया|
केन्द्रीय विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज ने समारोह का उदघाटन करते हुए कहा कि परमाणु खतरों और आतंकवाद से जूझ रही दुनिया को भगवान महावीर के अहिंसा और शांति के दर्शन से ही बचाया जा सकता है| आज भगवान महावीर के सिद्धांतो को अपनाने की इतनी जरूरत है जितनी पहले कभी नहीं थी| उनके सिद्धांतों को संविधान में शामिल किया गया है| विश्व शांति सद्भावना दिवस का आयोजन ऐसे समय में हो रहा है जब विश्व में चारों ओर अशांति का वातावरण है| मेरा मानना है कि अशांत विश्व को अगर कोई शांति का सन्देश दे सकता है, इस दुनिया को हिंसा व आतंकवाद से निजात दिला सकता है, तो वह भगवान महावीर का अहिंसा व अनेकांत का दर्शन है| मुझे ख़ुशी है आचार्य लोकेश जी भगवान महावीर के दर्शन को दुनिया भर में फ़ैलाने के लिए कार्य कर रहे है| वे केवल जैन धर्म को ही नहीं समूची भारतीय संस्कृति को विश्व भर मैं फैला रहे है| उन्होंने अहिंसा विश्व भारती के एक दशक पूर्णता पर सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को बधाई दी|
केन्द्रीय अल्पसंख्यक मंत्री डा. नजमा हेपतुल्ला ने सम्मलेन को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान महावीर दर्शन में अनेक वैश्विक समस्याओं का समाधान प्राप्त होता है| उनके सिद्धांत आज भी जिन्दा है|ग्लोबल वार्मिंग, जलवायु परिवर्तन, आर्थिक असमानता आदि समस्याओं का स्थाई समाधान जैन दर्शन में मिलता है| भगवान महावीर नें संयम आधारित जीवन शैली की बात की, व्यक्तिगत भोग और उपभोग के सीमाकरण की बात की, उन्होंने कहा पदार्थ सीमित है, वो असीम इच्छाओं की पूर्ति नहीं कर सकते| सचमुच उनका मार्गदर्शन पर्यावरण की शुद्धि के लिए अत्यंत उपयोगी है| वह केवल भारत वर्ष के लिए नहीं समूचे विश्व के लिए उपयोगी है|
अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक आचार्य लोकेश मुनि ने विश्व शांति सद्भावना दिवस को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान महावीर ने धर्म को जटिल कर्मकांड से मुक्त करके सरल बनाया| उन्होंने सिखाया कि मानव जीवन सर्वोच्च है और जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना आवश्यक है| उन्होंने अपने जीवन काल में बहुत सी सामाजिक कुरीतियों की समाप्ति और समाज सुधार के लिए सम्यक् आस्था, सम्यक् ज्ञान, और सम्यक् आचरण के सिद्धांतों का प्रयोग किया| उन्होंने स्त्री दास्ता, महिलाओं के समान दर्जे और सामाजिक समता जैसे विषयों पर सामाजिक प्रगति की शुरूआत की| आज विश्व शांति सद्भावना दिवस समारोह में सर्व धर्म संतो ने विश्व शांति की स्थापना का संकल्प लेकर यह साबित कर दिया धर्म हमें जोडता है|
केन्द्रीय संचार एवं सूचना प्रोद्यौगिकी मंत्री श्री रवि शंकर प्रसाद ने इस अवसर पर जैन समाज को भगवान महावीर जयंती की शुभकामनाये देते हुए कहा कि भगवान महावीर के दर्शन और उपदेश का सार्वभौमिक सत्य आधुनिक विश्व के लिए भी उपयोगी हो गया है| उनकी शिक्षाओं में पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधनों का ह्रास, युद्ध और आतंकवाद के जरिए हिंसा, धार्मिक असहिष्णुता तथा गरीबों के आर्थिक शोषण जैसी समसामयिक समस्याओं के समाधान पाए जा सकते हैं| भगवान महावीर की शिक्षाएं आर्थिक असामनता को कम करने की आवश्यकता के अनुरूप हैं| उन्होंने बताया कि अभाव और अत्यधिक उपलब्धता दोनों ही हानिकारक हैं| आज के समय में धन पर कुछ ही लोगों का अधिकार बढ़ती हुई असहिष्णुता का एक कारण है|
इस अवसर पर महामहिम भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुख़र्जी का सन्देश प्रसारित किया गया साथ ही भगवान महावीर जयंती एवं एम्बसेडर ऑफ़ पीस डी.वी.डी. का लोकार्पण भी किया गया| सभा को महाबौधी इंटरनेशनल लद्दाख के अध्यक्ष बौद्ध भिक्षु संघसेना जी, अमेरिका में पहली बार योग को ले जाने वाले अमृत योग संस्था के संस्थापक योग गुरु अमृत देसाई जी, अमेरिका से समागत सिख धर्म के शान्तिदूत भाई सतपाल सिंह जी, अखिल भारतीय मुस्लिम पर्सनल लॅा बोर्ड के सदस्य मौलाना कल्बे रुशद रिज़वी जी, प्रख्यात अभिनेता श्री विवेक ओबराय, पदम् भूषण श्रीमती इंदु जैन, पार्क ग्रुप ऑफ़ हॉस्पिटल्स के चेयरमैन डा. अजीत गुप्ता ने भी संबोधित किया|
कार्यक्रम में स्वागत भाषण आयोजन समिति के स्वागताध्यक्ष श्री अभय कुमार जैन ने दिया व आभार आयोजन समिति के संयोजक श्री मनोज जैन ने प्रकट किया| महावीर जयंती पर अहिंसा विश्व भारती की ओर से समस्त जैन समाज को शुभकामनाये आयोजन समिति के चेयरमैन श्री राजकुमार जैन, अध्यक्ष श्री सुभाष ओसवाल, समन्वयक श्री महेश जैन, डा. अजीत गुप्ता एवं श्री कमलेश शाह ने दी| कार्यक्रम में मंच सञ्चालन श्री अनिल सिंघवी ने किया| श्री संजय शाह ने गीतों से सबका मान मोह लिया| श्रीमती नीलम सिंघवी ने मंगलाचरण प्रस्तुत किया, डा. इंदु जैन ने भगवान महावीर स्तुति व डी.एल.ऍफ़. स्कूल के बच्चो ने गीत प्रस्तुत किया|